भारत सरकार की राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) की संदिग्ध गतिविधियों के आधार पर ही उसके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है और इसके कई कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया है । अखिल भारतीय पसमांदा मुस्लिम महाज (एआईपीएमएम) छापा मारने के सरकार के फैसले से सहमत है, यह मानते हुए कि यह देश के सर्वोत्तम हित में है। हमारा संगठन भारतीय संविधान का पूर्ण समर्थन करता है। भारतीय राष्ट्रीय सुरक्षा और संविधान के खिलाफ किसी भी तरह की गतिविधि राष्ट्रविरोधी है और इसे बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए।
यदि यह कार्रवाई कानून के अनुपालन और आतंकवाद को रोकने के लिए की जा रही है, तो सभी को धैर्य रखना चाहिए। गिरफ्तार व्यक्तियों पर हत्या, हिंसा और आग्नेयास्त्र रखने जैसे गंभीर अपराधों के आरोप लगाए गए हैं। हालांकि, आरोपों को अदालत में साबित किया जाना चाहिए। पिछले कई दिनों से पीएफआई की ओर से देश विरोधी गतिविधियों की खबरें आ रही हैं। पीएफआई के आरोपों को ध्यान में रखते हुए, देश में मुसलमानों के लिए स्थिरता और शांति को आगे बढ़ाने में मदद करना महत्वपूर्ण है।पीएफ़आई में कई पदाधिकारी पूर्व में प्रतिबंधित सिमी से ताल्लुक़ रखते हैं और सिमी भी कट्टर सलफ़ी वहाबी विचारधारा का ही पोषक रहा है।
पीएफआई खुद को इस्लाम के रक्षक के रूप में पेश करके देश को गुमराह करने की कोशिश कर रहा है, लेकिन यह रणनीति देश और मुस्लिम समुदाय दोनों के लिए हानिकारक है। हमारा संगठन देश की न्याय एवं कानून व्यवस्था और संविधान पर पूरा भरोसा करता है I महाज़ ने समय समय पर पी एफआई की राज्य-विरोधी गतिविधियों का विरोध किया है और उन पर प्रतिबंध लगाने का भी आह्वान किया है।
देश का बटवारा करने वाली ताकते सभी अभी देश से गई नही है,हम किसी भी आतंकवादी उग्रवादी व हिंसक गतिविधियों के खिलाफ है, देश मे रचनात्मक विकास ,सर्व धर्म समभाव ही एक विकल्प है रोज़ी रोटी और सामुदायिक विकास के लिए देश का 85 %पसमन्दा मुस्लिम को देश हित मे जागरूक होने की ज़रूरत है। बैठक की अध्यक्षता शरीक़ अदीब कार्यकारी अध्यक्ष व संचालन प्रवक्ता शमीम अहमद अंसारी ने किया,उन्होंने कहा कि आज 9 बजे इस विषय पर भी चर्चा होगी।