लखनऊ। यूरीपीय देश तुर्की में आये 7.8 तीव्रता के दो भूकम्पों से उत्पन्न हुए वहां के राष्ट्रीय संकट में देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जिस प्रकार से आनन-फानन में कैबिनेट की मीटिंग बुलाकर तुर्की को हर सम्भव मदद देने की घोषणा करते हुए एनडीआरफ की 100 सदस्यीय टीम के साथ चिकित्सा सहायता दवाईयां एवं प्रभावितों को अन्य खाने-पीने की वस्तुएं तत्काल पहुंचाने का जो माननीय निर्णय लिया है, वह भारत की वैश्विक स्तर पर किसी भी देश के प्रति संकट के समय साथ खड़े रहने की आदर्शवादी छवि को तो दर्शाता ही है, साथ-साथ अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उसके विरोध में सदैव खड़े रहने वाले या आलोचना करने वाले देशों के प्रति उसकी मानवीय कर्तव्यनिष्ठा एवं दृष्टिकोण को भी दर्शाता है। उधर सामाजिक संगठन आॅल इडिया पसमांदा मुस्लिम महाज के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मुहम्मद यूनुस ने भूकम्प से जान गवाने वाले हजारो मृतकों के प्रति श्रद्धांजलि एवं उनके परिजनों के प्रति इस दुख एवं संकट की घड़ी में शोक संवेदनाएं प्रकट करते हुए शोकसभा का आयोजन करते हुए भारत सरकार द्वारा तुर्की को की गई मानवीय सहायता का अभिनन्दन एवं स्वागत किया है, सभा में मृतकों को परिजानों के लिये इस असहज परिस्थति से उत्पन्न हुए संकट से बाहर निकलने के लिये आत्मसंयम एवं दिवंगतों की पुण्य आत्मा की शांति की कामना भी की। उन्हांने कहा कि यह कैसी विडंबना है कि जब संकट की इस घड़ी में विश्व का प्रत्येक देश तुर्की के सहयोग में खड़ा दिखाई दे रहा है। वहीं पाकिस्तान ने भारत द्वारा तुुर्की भेजे जाने वाले राहत दल के विमान को अपने देश का वायुमार्ग प्रयोग करने की अनुमति न देकर वैश्विक वैमनस्यता का परिचय दिया है। शोक सभा में राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष शारिक अदीब, राष्ट्रीय महासचिव अकरम कुरैशी, राष्ट्रीय प्रवक्ता शमीम अनवर अंसारी, राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी कुतबुद्दीन अंसारी, राष्ट्रीय सचिव हाजी शकील अहमद घोसी, प्रदेश अध्यक्ष शमीम अंसारी सहित अन्य पसमांदा कार्यकर्तागण उपस्थित थे।