News Detail

शिक्षा ही हो सकता है पसमांदा मुसलमानो का सबसे बड़ा हथियार: आल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज़

image

शिक्षा किसी भी व्यक्ति का प्रकाश पुंज है जिसे प्राप्त कर लेने से संपूर्ण जीवन मे व्यक्ति दिशाहीन नहीं हो सकता। पसमांदा मुसलमान यदि व्यवस्था में आगे आना चाहते हैं तो शिक्षा के साथ-साथ राजनीतिक चेतना एवं स्थायी पसमांदा नेताओं का निर्माण करना होगा। यह बातें आज लखनऊ में संगठन के राष्ट्रीय प्रवक्ता एडवोकेट शमीम अनवर अंसारी ने बातचीत में कहीं। उनका कहना था कि आज के परिदृश्य में पसमांदा मुसलमानों की सबसे खराब स्थिति है तो इसका मुख्य कारण अशिक्षा एवं उनमे राजनीतिक चेतना का अभाव ही है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा यह गर्व की बात है कि उत्तर प्रदेश में पसमांदा मुसलमान कुल मुसलमानों की संख्या का 85% हैं लेकिन संख्या बल के बावजूद भी दिशाहीन राजनीति एवं नेतृत्व के अभाव ने उन्हें हाशिए पर ढकेल रखा है। उन्होंने कहा यदि समय रहते पसमांदा मुसलमानों ने अपने वजूद को नहीं पहचाना तो वह दिन दूर नहीं जब पसमांदा मुसलमान अपनी पहचान ही खो देगा। उन्होंने देश के प्रधानमंत्री को पसमांदा मुसलमानो की ओर ध्यान आकर्षित करने हेतु धन्यवाद देते हुए कहा कि यदि हमने मिलकर आवाज उठाई तो यह संभव है कि सरकार पसमांदा मुसलमानों को व्यवस्था मे अलग से आरक्षण भी दे सकती है।