देश की राजधानी दिल्ली के इस्लामिक कल्चर सेंटर में आयोजित इंडोनेशिया एवं भारत में अंतर- धार्मिक संबंधों की संस्कृति स्थापित करने में उलेमाओं की भूमिका विषयक सेमिनार का स्वागत करते हुये सामाजिक संस्था ऑल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज ने कहा की धर्म सदैव शांति सद्भाव की बात करता है, दुनिया के किसी धर्म को छोटा या बड़ा नहीं कहा जा सकता, किसी भी धर्म के अनुयायी का दूसरे धर्म के अनुयायी द्वारा समान किया जाना अति आवश्यक है। संगठन की ओर से यह भी कहा गया कि हमारे धर्म अलग- अलग हो सकते हैं, लेकिन हमारी संस्कृति एक है, एवं हमें अपनी संस्कृति पर गर्व है। संगठन ने कहा कि सभी को अपनी -अपनी इच्छा अनुसार धार्मिक संवैधानिक स्वतंत्रता प्राप्त है, कोई व्यक्ति अपनी पसंद का धर्म चुनकर मानव कल्याण हेतु कार्य कर सकता है। संगठन ने कहा की धार्मिक अंतर्विरोध हमारे आगे आने वाली पीढ़ियों के लिए बड़े अवरोधक हैं। यदि हमने समय रहते इन पर नियंत्रण स्थापित नहीं किया तो संपूर्ण विश्व द्वेष, नफरत एवं वदले की भावना से ग्रसित होकर पतन की ओर अग्रसर हो जाएगा। सेमीनार में संगठन की ओर से राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष शारिक अदीव, राष्ट्रीय संरक्षक एडवोकेट सनोवर कुरैशी, राष्ट्रीय प्रवक्ता शमीम अनवर अंसारी, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शमशाद राइन, दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष शोएव आलम, नोएडा जिला अध्यक्ष सरवर अंसारी, हाशिम कस्सार आदि पसमांदा कार्यकर्ता गण उपस्थित रहे!