देश में मुस्लिम समाज की संरचना में शामिल विदेशी मूल के शासक वर्ग की वर्तमान में 15 प्रतिशत आबादी वाला मुस्लिम नेतृत्व शेष 85 प्रतिशत पसमांदा देशज मुस्लिम समुदाय में समानता व सामाजिक न्याय करने में पूर्णतः अक्षम रहा हैI यह धर्मान्तरित भारतीय मूल के पसमांदा मुस्लिम के आजीविका के साधन अधिकांशतः हस्तशिल्प, तकनीकी मजदूर, बुनकर, हाथ कारीगर, छोटे किसान व खेत मजदूर हैं जो कि राजनैतिक व बौद्धिक रूप से अति पिछड़े हैं।
एआइपीएमएम व एमएफआई ने हाजी सम्मान समारोह का किया आयोजन
बिहार के कैबिनेट मंत्री इसराइल मंसूरी रहे मुख्य अतिथि
हमें अपने पसमांदा भाईयों को शिक्षा के प्रति करना होगा जागरुकः शारिक अदीब
महोबा। ऑल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज और मंसूरी फेडरेशन ऑफ इंडिया के तत्वावधान में जनपद महोबा के ग्राम-जैतपुर में हाजी मिलन सम्मान समारोह का आयोजन दिनांक 05 नवम्बर को किया गया, इस कार्यक्रम में बिहार के कैबिनेट मंत्री इसराइल मंसूरी ने मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया। जबकि विशिष्ठ अतिथि के रूप में शारिक अदीब अंसारी, जाकिर खां मंसूरी, डॉ. रफी अहमद उस्मानी, हुसैन बख्श मंसूरी, हाजी नेहाल, हाशिम पसमांदा, हाजी छोटे खां मंसूरी, हाजी समद राइन व फैयाज हाशमी उपस्थित रहे। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता अकबर अली मंसूरी ने की। इस कार्यक्रम में मंत्री इसराइल मंसूरी ने कहा कि इस तरह के आयोजन से मुसलमानों खासकर पसमांदा में जागरुकता पैदा होगी। उन्होंने इस कार्यक्रम के आयोजन के लिये मंसूरी फेडरेशन ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष हाजी मेहदी हसन का शुक्रिया अदा किया। श्री मंसूरी ने कार्यक्रम में आये सैकड़ों हाजियों को सम्मानित किया। इस अवसर पर ऑल इडिया पसमांदा मुस्लिम महाज के कार्यवाहक अध्यक्ष शारिक अदीब ने मंच से कहा कि आज इस हाजी सम्मान समारोह से हमें एकजुट होने की जरूरत है क्योंकि, हम सभी जानते हैं कि हज का मरतबा क्या होता है, उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए कहा आज हमें अपने पसमांदा भाईयों को शिक्षा के प्रति जागरुक करना है, जिससे की वह अच्छे रोज़गार से जुड़ सकें। कहा कि आज के दौर में अशिक्षित होना अभिषाप के समान है, हमें अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा देनी ही होगी अगर हम देश की मुख्यधारा में शामिल होना चाहते हैं तो, नहीं तो हमारा समाज और गर्त में चला जायेगा। श्री अदीब ने कहा कि ऐसी तमाम योजनाएं भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही हैं जिसका लाभ पसमांदा समाज ले सकता है, मगर अशिक्षित होने के कारण उसे इन योजनाओं के बारे में पता ही नहीं चलता और अगर पता भी चलता है तो वह उस सरकारी योजना का लाभ नहीं ले पाता। उन्होंने कहा कि हमारा संगठन ऐसे पिछड़े लोगों के लिये लम्बे अरसे से काम करता आ रहा है। श्री अदीब ने कहा कि आज हम देश के 13 राज्यों में फैल चुके हैं जिससे की हमें पहले से ज्यादा मजबूती मिली है। याद रहे दोस्तों संगठन ही शक्ति है अगर हम पसमांदा एक रहेंगे तो हम मजबूत बने रहेंगे।
इस कार्यक्रम में हाजी वकील, मेहरुन्निसा, मुनीर सिद्दीकी, अमीनुद्दीन, शाहजहां, मो0 हफीज, शाहीना बेगम, अफजल, हाफिज अफजल, ख्वाजा मोहम्मद, अयूब खां, मो. वसीर, यासीन, वकील, इस्राज राइन, जमालुद्दीन, अजीम राइन, समद राइन, चतुरभुज, इंद्दू मंसूरी, गुलशन खातून, शहीदन खातून, राजू मंसूरी, वली मोहम्मद, खालिक अंसारी, डॉ. इसराइल, शमीम, नसरुद्दीन, सलीम, डॉ. कमाल, अलाउद्दीन, अनवर, सलीम निजाम, असगर, रफीक, रफीक खां, रमजान, हमीद, असगर, आसिब, सहीदन, अखतरी, लालखां मंसूरी, मुत्तन मंसूरी, हबीब अहमद, हसीना बानो, मोहम्मद गौरी, अलादीन मंसूरी व हाजी टीसी सुल्तान, को सम्मानित किया गया।